स्कन्द पुराण हिंदू धर्म के 18 महापुराणों में से एक है और यह सबसे बड़ा पुराण माना जाता है। इसका एक भाग है कुमारिका खंड जो धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।

कुमारिका खंड का परिचय
- कुमारिका खंड, स्कन्द पुराण का एक प्रमुख उपखंड है।
- यह मुख्यतः देवी कुमारिका (दुर्गा) और उनसे संबंधित तीर्थों, स्थानों, कथाओं और धार्मिक विधानों का वर्णन करता है।
- इसमें उत्तर भारत के कई पवित्र स्थलों जैसे कुरुक्षेत्र, कनखल, काशी, प्रयाग, और अन्य तीर्थों का वर्णन है।
मुख्य विषयवस्तु
तीर्थ महिमा
- कई प्रसिद्ध तीर्थों की उत्पत्ति और महत्व का वर्णन है।
- विशेषकर कुरुक्षेत्र क्षेत्र का उल्लेख जो हरियाणा राज्य में है, पवित्र भूमि के रूप में किया गया है।
देवी की महिमा
- देवी दुर्गा (कुमारिका) की पूजा विधि, उनके अवतारों और चमत्कारों का वर्णन।
धार्मिक अनुष्ठान
- व्रत, दान, पूजा, स्नान आदि धार्मिक कार्यों की विधियाँ और उनके फल का वर्णन।
पौराणिक कथाएँ
- कई देवी-देवताओं और ऋषियों की कथाओं के माध्यम से नैतिकता और धर्म की शिक्षा दी गई है।
ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व
- कुमारिका खंड में वर्णित स्थल आज भी श्रद्धा और आस्था के केंद्र हैं।
- यह खंड विशेष रूप से हरियाणा और उत्तर भारत के धार्मिक इतिहास को समझने में सहायक है।