आर्थिक भूगोल के जनक कौन हैं?
आर्थिक भूगोल (Economic Geography) एक अनुशासन है जो आर्थिक गतिविधि और भौगोलिक स्थितियों के साथ इसके जटिल संबंधों का पता लगाता है। यह उन कारणों का खुलासा करता है कि उद्योग, संसाधन और वाणिज्य विशिष्ट स्थानों पर कैसे पनपते हैं और कैसे प्राकृतिक और निर्मित वातावरण आर्थिक अवसरों को आकार देते हैं। आर्थिक भूगोल (Economic Geography) की नींव का श्रेय जॉर्ज चिशोल्म (George Chisholm) को जाता है जो एक दूरदर्शी भूगोलवेत्ता थे। उन्होंने आर्थिक भूगोल पर पहली पाठ्यपुस्तक लिखी थी। उनके अग्रणी कार्य ने उन्हें "आर्थिक भूगोल के जनक" (Father Of Economic Geography) की उपाधि दिलाई थी। दिलचस्प बात यह है कि आर्थिक भूगोल पारंपरिक भूगोल की सीमाओं से बहुत आगे तक चला गया है। आज, यह कई अन्य वैज्ञानिक क्षेत्रों में अनुप्रयोग पाता है जो कि वैश्विक और स्थानीय आर्थिक घटनाओं को समझने में इसकी बहुमुखी प्रतिभा और महत्व को प्रदर्शित करता है। आर्थिक भूगोल भूगोल और अर्थशास्त्र के क्षेत्रों के बीच एक महत्वपूर्ण बाँध के रूप में खड़ा है। यह गतिशील क्षेत्र आर्थिक गतिविधि और भौगोलिक स्थितियों के बीच जटिल संबंधों में गहराई …